एक बार एक लोमड़ी बहुत भूखी थी और भोजन की तलाश में इधर-उधर घूम रही थी। सौभाग्य से उसने एक पेड़ पर एक कौए को अपनी चोंच में निवाला लिए देखा। लोमड़ी उस खाने के टुकड़े को बहुत बुरी तरह से चाहती थी। तो, इसने अपनी सुंदरता और अपनी प्यारी आवाज के बारे में कौवे की चापलूसी की। मूर्ख कौए ने लोमड़ी की बात पर विश्वास किया और गाना शुरू कर दिया। उसकी चोंच में रखा भोजन का टुकड़ा जमीन पर गिर गया और लोमड़ी ने उसे खा लिया।
लोमड़ी हँसी और बोली, "हो सकता है कि मैंने तुम्हारी आवाज की प्रशंसा की हो, लेकिन मैंने तुम्हारे दिमाग के बारे में कुछ नहीं कहा।"